Motivational poems for students
नमस्कार दोस्तो आज हम फिर हाज़िर हुए है कुछ बेहतरीन
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के साथ जो में मानता हूं कि हर कोई पढ़ना पसंद करेगा इसे अपनी ज़िन्दगी में उतारने की कोशिश करेगा। इसी के साथ आपके लिए motivational poem in Hindi
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मौका भी देगा ये समय तुम्हे
बस उस मौके की तलाश जारी रखो
अकेले हो तो चलो
इंतजार किसी का क्या करना
मेहनत का तुम साथ चुनो
बस मंज़िल को पाने की खुमारी रखो
सोचना जारी रखो
मन हो पानी जैसा
हौसले को तुम आग रखो
सपना तुम्हारा ये आसमां हो
अपनी कोशिशों के दम पर
उड़ना जारी रखो
सोचना जारी रखो
हर पल किसी सफर की तैयारी रखो
जब चले हो तुम पथ पर
पानी का तुम साथ रखो
जैसे नदिया ढूंढ लेती है अपना रास्ता
तुम भी अपने रास्ते की तलाश जारी रखो
सोचना जारी रखो
हर पल किसी सफर की तैयारी रखो
क्या हो तुम
चाहते क्या हो
ये खुद से पूछना जारी रखो
इन कांटो भरे रास्तों पर
कुछ कर जाने, कुछ पाने के लिए
हौसले की सवारी रखो
सोचना जारी रखो
हर पल किसी सफर की तैयारी रखो
तेरा खुदा तू खुद है
ये विश्वास बनाए रखो
अपने आत्मविश्वास से
अपने धहृढ़ साहस से
मंज़िल की तलाश जारी रखो
सोचना जारी रखो
हर पल किसी सफर की तैयारी रखो
यह कोशिश मेरी तरफ से की गई है यदि आपको पसंद आयी हो इसे पढ़कर अगर आपको थोड़ा सा भी अच्छा महसूस हुआ हो तो कृप्या इसे शेयर करे आपने दोस्तो ओर अपने परिवारजनों में धन्यवाद
तू
चलता चल तू बढ़ता चल।
चलता चल तू बढ़ता चल।
तू सोने सा निखरता चल।
तू डर मत
तू चलता चल।
अपने मंजिल की ओर
तू बढ़ता चल।
तू पूरी कोशिश करता चल।
बोलने दे तू इन लोगों को ।
तू सुनता रह इनके तानों को
तू कोशिश कर तू चलता चल।
सबको पीछे छोड़ कर
तू बस आगे बढ़ता चल।
तू डर मत उन कटों से
जो है तेरी इन राहों में।
तू चलता चल तू बढ़ता चल।
तू सोने सा निखरता चल।
करने दे तू चर्चे
लोगों को तेरी हार के
उनको जवाब देने के लिए
तू दिन रात मेहनत करता चल।
तू चलता चल तू बढ़ता चल।
तू सोने सा निखरता चल।
तू चलने कि फितरत बना
रुकने का तू नाम ना ले
मंज़िल को है इंतजार तेरा
पथ में तू
आराम ना ले
तू चलता चल तू बढ़ता चल।
तू सोने सा निखरता चल।
तेरी कोशिश को तू हथियार बना
तेरी मंज़िल को
तू कोई नाम तो दे
फिर उस मंज़िल को पाने को
अपनी हिम्मत को नया आयाम तो दे
तू चलता चल तू बढ़ता चल।
तू सोने सा निखरता चल।
तू चला अकेला
चलता जा
इस दुनिया को पैगाम ये दे
खुद का साथी चुन तू खुद को
सफलता का नया मुकाम तो दे
तू चलता चल तू बढ़ता चल।
तू सोने सा निखरता चल।
जिक्र हो तेरा चारो तरफ
नाम की वाहवाही हो
ताने देने वालो की
तुमसे छुपम् छुपाई हो
तू चलता चल तू बढ़ता चल।
तू सोने सा निखरता चल।
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